03

Craving for each other

Kyu ki kafi delay tha so free rahka hai isko bhi lekin next do will be paid agar app padhne wale hai paid to please do comment....

रिहेल बाहर बैठे हुए एशा का इंतज़ार कर रहा था लेकिन 1 घंटे से ज़्यादा वक्त हो चुका था, एशा अब तक बाहर नहीं आई थी। आधी रात का समय था, रिहेल को कुछ अजीब लगा। वह उठकर उस कमरे की तरफ़ गया जहाँ एशा भाग कर गई थी। उसने दरवाज़ा हल्का सा खोला, दरवाज़ा बंद नहीं था इसलिए वह खुल गया। ये देखकर वह अंदर घुसा। उसने सामने देखा लेकिन कमरे में एशा कहीं नहीं थी।

रिहेल की गहरी नज़र अब चारों तरफ़ घूमने लगी। तभी उसे वॉशरूम से कुछ आवाज़ें सुनाई देने लगीं। वह हल्के क़दमों से उस तरफ़ गया।

अंदर वॉशरूम में एशा के हाथ खुद पर रेंग रहे थे। उसके शरीर पर इस वक्त एक भी कपड़ा नहीं था। उसने धीरे से अपने हार्ड हो रहे nipples को छुआ और moan करते हुए बोली...

"Ahh... Fuck uncle ...

It feels so fucking good ahhh rehh.

Ahh ohh shitt...."

रिहेल को साफ़-साफ़ ये सब सुनाई दे रहा था, उसके क़दम वहीं रुक गए।

वहीं अंदर एशा को कोई होश नहीं था। रिहेल की हल्की सी नज़र ने ही उसे खुद को छूने पर मजबूर कर दिया था।

एशा धीरे-धीरे अपने हाथ को निचले हिस्से की तरफ़ ले गई और रिहेल को याद करने लगी। उसकी आँखों में वही पल थे, और जिस तरह वो लड़कियों के साथ था, वहाँ एशा ने खुद को उनकी जगह सोच लिया।

रिहेल अभी वहाँ खड़ा आवाज़ें सुन रहा था लेकिन अब वो आवाज़ें बंद हो गईं। रिहेल के चेहरे पर निराशा छा गई, लेकिन तभी उसे एशा की कुछ कहने की आवाज़ आई।

अंदर एशा ने अपने हाथों को शरीर से दूर किया और खुद से बोली...

"Shit... What the fuck I was doing...

एशा, आर यू मैड? He is your guardian uncle..."

इतना कहकर एशा ने ठंडा पानी चालू किया और खुद को शांत करने लगी...

वहीं रिहेल को उसकी बातें साफ़-साफ़ सुनाई दे रही थीं। वह वहाँ से जाने के लिए पलट गया।

कुछ देर बाद एशा फ्रेश होकर एक वाइट टॉवल लपेटकर वॉशरूम से बाहर आई लेकिन जैसे ही वो बाहर आई, उसकी आँखें फटी की फटी रह गईं क्योंकि सामने रिहेल ब्लैक बेड पर अपने हाथों को टिकाए बैठा हुआ था।

उसे वहाँ बैठे देखकर वह हकलाते हुए पीछे की तरफ़ जाते हुए बोली,

“तुम... I mean... आप यहाँ... यहाँ कैसे आए?”

उसे हकलाते हुए देखकर रिहेल ने अपनी नज़र एक बार उस पर ऊपर से नीचे तक डाली और फिर उसकी आँखों में देखते हुए बोला...

“Fire...

ये घर, ये रूम और यहाँ तक कि ये टॉवल भी मेरा है, तो मैं तो यहाँ होऊँगा ही ना...”

एशा ये सुनकर उसे घूरने लगी और एक नज़र उसने चारों तरफ़ देखा। वो कमरा अंधेरे में डूबा हुआ था, हर कोने में बस कुछ पेंटिंग्स थीं जो एशा की समझ के बाहर थीं।

एशा ने खुद को एक नज़र देखा और फिर बोली,

“आप यहाँ से जाइए।”

लेकिन रिहेल चलते हुए उसके पास आया। एशा के हाथ-पैर काँपने लगे। वो नीचे ज़मीन की तरफ़ देखने लगी। तभी रिहेल उसके पास आकर उसकी तरफ़ झुककर धीरे से बोला...

“I want to talk to you, fire...”

एशा का सर नीचे झुका हुआ था। रिहेल ये देखकर उसका चिन उठाते हुए बोला...

“नज़र मुझ पर, जब भी मैं बात करूँ। ओके?”

एशा ने बस अपना सिर हाँ में हिला दिया।

रिहेल के चेहरे पर एक कातिल मुस्कान छा गई। वो हँसते हुए उसके कान के पास गया और फिर धीरे से बोला...

“Next time moan as much as you want, don’t stop yourself...”

एशा की आँखें चौड़ी हो गईं। वो उसे घूर कर देखने लगी। तभी रिहेल वहाँ से जाता हुआ सर्द आवाज़ में बोला...

“Come down.”

एशा वहीं खड़ी रह गई। उसके पैर काँप रहे थे और होंठ भी फड़फड़ा रहे थे। एशा की साँसें जैसे रुक सी गई थीं...

"Did he??"

एशा ने खुद को एक नज़र देखा और फिर अपने सिर पर हाथ मारते हुए बोली...

"उन्होंने सब सुन लिया होगा?? .. Shit!!"

एशा को खुद पर तरस आ रहा था, लेकिन उसने ये सब अपने दिमाग़ से हटाया और जल्दी से तैयार होने लगी।

नीचे रिहेल सोफ़े पर बैठा हुआ था। उसका एक हाथ व्हिस्की के ग्लास पर था और एक उसके पैंट के ऊपर निचले हिस्से पर...

उसे दर्द सा महसूस हो रहा था। रिहेल ने कसकर अपनी आँखें मींचीं और खुद से बोला...

“Fuck!!

She is so naughty... See what she did to me...”

कहते हुए रिहेल अपने पैंट की तरफ़ देखने लगा। तभी उसे पीछे से किसी के चलने की आवाज़ आई।

रिहेल सीधे बैठ गया। एशा चलते हुए उसके सामने आई और खड़ी हो गई। उसकी नज़रें नीचे ज़मीन की तरफ़ झुकी हुई थीं, लेकिन इस वक्त रिहेल की नज़रें सिर्फ़ उस पर टिकी हुई थीं क्योंकि एशा ने जो पहन रखा था उससे रिहेल की बाँहें तन गईं।

वो लंबी साँस लेते हुए गहरी आवाज़ में बोला...

“Come here, fire.”

एशा ने एक नज़र उसे देखा और फिर दो क़दम आगे गई। इस वक्त एशा ने नाइटी पहन रखी थी जो कि पूरी नेट की थी और बस उसकी कमर से थोड़ा नीचे तक आ रही थी।

वो अब रिहेल के क़रीब खड़ी थी। रिहेल ने उसके हाथ को पकड़ा और फिर उसे अपनी गोद में बिठा लिया। एशा थोड़ी हैरान थी लेकिन उसके पास कहने को कुछ नहीं था।

रिहेल कुछ देर चुप रहा, फिर उसने अपने हाथ को धीरे से एशा के बालों में फेरते हुए गहरी आवाज़ में बोला...

"You will be turning 18 in 7 days,

जिस वजह से मैंने तुम्हें यहाँ बुलाया है।

तुम्हारे 18 साल के होते ही I will transfer all the property...

जो भी तुम्हारे मॉम-डैड ने यहाँ छोड़ा है..."

एशा को ज़रा भी रिहेल की बातें समझ नहीं आ रही थीं क्योंकि उसे कुछ महसूस हो रहा था — रिहेल के निचले हिस्से की हार्डनेस एशा को फील हो रही थी, जिसकी वजह से उसका ध्यान बिल्कुल भी बातों में नहीं था...

रिहेल को जैसे ही ये समझ आया, उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ गई, लेकिन उसने जल्दी से उसे छुपा लिया।

और फिर एशा के चेहरे को अपनी तरफ़ करता हुआ बोला...

“You want to ask me anything?”

एशा कुछ देर उसकी गहरी आँखों में देखती रही और फिर अपना सिर हाँ में हिलाते हुए बोली...

“Who killed them?”

रिहेल ने एशा के सवाल को सुनकर एक नज़र उसे देखा। उसकी आँखों में दर्द था लेकिन वो उसे दिखा नहीं रही थी। रिहेल हल्के से अपनी उँगलियों को उसके होठों पर फेरते हुए थोड़े गुस्से से बोला...

“Don't worry, fire. Soon you will see them die. That's my promise.”

एशा ये सुनकर उसकी तरफ़ देखते हुए धीरे से बोली...

“डैड ने आपको ही क्यों चुना?”

रिहेल उसके सवाल को सुन जवाब देते हुए बोला...

“क्योंकि वो अपनी बेटी को कुछ होने नहीं देना चाहते थे,

उसे एक सेफ हाथ में रखना चाहते थे।”

एशा ये सुनकर आगे बोली...

“आपने हमेशा मुझे पैसे भेजे, पढ़ाया-लिखाया...

लेकिन अपने साथ क्यों नहीं रखा? As you're my guardian, then why?”

रिहेल को अब एशा के सवाल का जवाब देने में कोई इंट्रेस्ट नहीं था। एशा का असर उस पर होने लगा था। उसने हल्के से साँसें भरीं और फिर सर्द आवाज़ में बोला...

“So that we don’t cross the limits, fire...”

एशा को कुछ समझ नहीं आया। रिहेल ने धीरे से उसे उठाया और फिर वहाँ से जाते हुए बोला...

“Sleep, fire. Don’t use your tiny brain.”

इतना कहकर वो जल्दी से वहाँ से अपने कमरे में चला गया।

एशा वहीं खड़ी रह गई। फिर उसने रिहेल के पास वाला कमरा देखा और वो वहाँ चली गई।

कमरे में जाते ही एशा ने फोन निकाला और उस पर कुछ ढूँढने लगी — कुछ फोटोज़ जो कि गूगल से लिए गए थे रिहेल ब्लैक के।

करीब 2 साल से एशा रिहेल के बारे में पता कर रही थी। जब से उसने रिहेल को 16 साल की उम्र में देखा था, तब से रिहेल को जानने के लिए एशा ने हर एक कोशिश की थी, लेकिन उसकी सारी कोशिशें नाकामयाब थीं। ये दूसरी बार था जब वो रिहेल से मिल रही थी — और शायद आख़िरी भी।

एशा ने धीरे से अपने हाथ नीचे ले जाए और आँखें मींचते हुए खुद से बोली...

“Shit... I'm wet...

Uncle, what you did to me!???”

इससे पहले वो मुँह से कुछ — करती, उसे दीवार के उस तरफ़ से कुछ आवाज़ें सुनाई दीं। एशा थोड़ी हैरान थी। धीरे से वो उस तरफ़ गई तो आवाज़ें और तेज़ होने लगीं...

“Fuck ohh yes yes ahhh...”

मोअनिंग की आवाज़ सुनकर एशा की आँखें बड़ी हो गईं। उसने उस दीवार को ध्यान से देखा तो उसे समझ आया कि ये रूम तो रिहेल के रूम से जुड़ा है।

एशा का गला सूखने लगा। उसने उस दरवाज़े की तरफ़ देखा जो रिहेल के कमरे में जा रहा था। एशा ने धीरे से उसे खोला और फिर अंदर गई।

काफ़ी अंधेरा था, बालकनी से कुछ रोशनी आ रही थी जिससे रास्ता रुका नहीं। एशा ने क़दम बढ़ाए और आगे गई।

उसे सामने एक परछाईं नज़र आई, बेड के बीचों बीच...

एशा ने ध्यान से देखा तो वो रिहेल था। एशा ने अपनी नज़र उसके चेहरे से जैसे ही नीचे की, उसकी आँखें बड़ी-बड़ी हो गईं...

रिहेल के हाथ उसके निचले हिस्से पर थे और उसके हाथ ऊपर-नीचे हो रहे थे। ऐ देख एशा ने कसकर आवाज़ लगाई...

“Uncle??”

जैसे ही रिहेल को एशा की आवाज़ आई, उसने जल्दी से बेड कवर अपने ऊपर ढाल लिया और कसकर अपनी आँखें मींच लीं।

एशा चलते हुए उसके पास आई और अपने होंठों को काटते हुए बोली...

“Can I sleep here?”

Raat kaise kategi wo bhi ek sath ek bistar par...

See story me words muture hote jayenge short hai story lekin try karungi sab kuch usme mile comedy romance thrill adventure sab kuch so do comment

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